इन नए जिलों के नाम हैं लेह, कारगिल, कुमारी, न्योमा और ज़ांस्कर। ये नए जिले पूर्ववर्ती लेह जिले से अलग किए गए हैं।
नए जिलों के गठन का उद्देश्य क्या है?
सरकार का मानना है कि नए जिलों के गठन से स्थानीय लोगों को बेहतर प्रशासनिक सुविधाएं मिलेंगी। इससे विकास कार्यों में तेजी आएगी और क्षेत्र का समग्र विकास होगा। नए जिलों में जिला प्रशासन, पुलिस थाने, अस्पताल और अन्य आवश्यक सुविधाएं स्थापित की जाएंगी।
नए जिलों के गठन का विरोध
हालांकि, कुछ लोगों ने नए जिलों के गठन का विरोध किया है। उनका तर्क है कि ये नए जिले बहुत छोटे हैं और इनका गठन व्यावहारिक नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि नए जिलों के गठन से प्रशासनिक खर्च बढ़ेगा।
क्या होगा आगे?
अब देखना होगा कि नए जिलों के गठन से लद्दाख का विकास कैसे होता है। क्या नए जिले स्थानीय लोगों की उम्मीदों पर खरे उतरेंगे? समय ही बताएगा।