झारखंड में ‘बैक टू स्कूल’ अभियान का शुभारंभ किया जाएगा, जिसका लाभ बच्चों को मिलेगा।

यह अभियान 5 अप्रैल 2022 से शुरू होकर 4 मई 2022 तक चलेगा। कोरोना महामारी के बाद स्कूलों को पुनः खोलने के साथ ही राज्य सरकार ने बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए ‘स्कूल रुआर 2022’ अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है। इस संबंध में मुख्य सचिव ने स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग को निर्देश जारी किया है और राज्य के सभी डीसी को पत्र भेजे गए हैं।
कोरोना की स्थिति सामान्य होने के बाद स्कूल फिर से खुले हैं, परंतु महामारी ने बच्चों की शिक्षा पर गहरा असर डाला है। लंबे समय तक स्कूल बंद रहने के कारण बच्चों को फिर से स्कूल से जोड़ना और उनकी नियमित उपस्थिति बनाए रखना एक बड़ी चुनौती है। इस चुनौती से निपटने के लिए सभी विभागों को मिलकर काम करना होगा। इसके लिए जिला डीसी और डीडीसी को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे जिले के विभिन्न विभागों के साथ समन्वय बनाकर सांसद, विधायक और ग्राम पंचायत के कार्यकारी प्रतिनिधियों को इस अभियान में शामिल करें।
शिक्षा विभाग की ओर से 30 दिवसीय ‘स्कूल रुआर’ यानी ‘बैक टू स्कूल’ अभियान का आयोजन किया जाएगा। इसका उद्देश्य 6 से 18 आयुवर्ग के सभी नामांकित बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करना है। अभियान के 30 दिनों को दो भागों में बांटा जाएगा। पहले 10 दिनों में जिला और प्रखंड कार्यालयों में बैठकें और रणनीति बनाई जाएगी। शेष 20 दिनों में स्कूलों में कार्यक्रम आयोजित होंगे, जिनमें शिक्षक और बच्चे भाग लेंगे। ‘स्कूल रुआर 2022’ कार्यक्रम का सतत अनुश्रवण जिला परियोजना कार्यालय और प्रखंड स्तर पर कार्यरत सभी पदाधिकारियों और कर्मियों द्वारा ई विद्यावाहिनी के माध्यम से किया जाएगा।



