हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में कृषक मित्रों का भत्ता बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। अब कृषक मित्रों को 1000 रुपये की जगह 2000 रुपये प्रति माह भत्ता दिया जाएगा।
क्यों लिया गया ये फैसला?
यह फैसला कृषक मित्रों के काम के महत्व को देखते हुए लिया गया है। कृषक मित्र ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को कृषि से जुड़ी जानकारी देते हैं और उन्हें आधुनिक कृषि तकनीकों के बारे में जागरूक करते हैं। सरकार का मानना है कि बढ़ा हुआ भत्ता कृषक मित्रों को प्रोत्साहित करेगा और वे और बेहतर तरीके से किसानों की सेवा कर सकेंगे।
कुल 49 प्रस्तावों को मिली मंजूरी
कैबिनेट बैठक में कुल 49 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। इन प्रस्तावों में कृषि, सिंचाई, शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य क्षेत्रों से जुड़े मुद्दे शामिल हैं।
किसानों के लिए बड़ी राहत
कृषक मित्रों के भत्ते में बढ़ोतरी से किसानों को भी फायदा होगा। अब कृषक मित्र किसानों को और बेहतर सेवाएं प्रदान कर सकेंगे।
यह फैसला किसानों के हित में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।



