
यह घटना विधानसभा सत्र के दौरान हुई, जहाँ विधायकों द्वारा कथित तौर पर हंगामा और अव्यवस्था फैलाई गई।
जानकारी के अनुसार, विधानसभा के सत्र के दौरान भाजपा विधायकों और सत्तारूढ़ दल के सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक हुई, जो जल्द ही हंगामे में बदल गई। इस झड़प में विधानसभा के कई कर्मचारी भी घायल हो गए। हंगामे और अव्यवस्था के बाद, विधानसभा अध्यक्ष ने नियमों का उल्लंघन करने और सदन की कार्यवाही बाधित करने के आरोप में चार भाजपा विधायकों को निलंबित करने का आदेश दिया।
हालांकि, विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने इस घटना के संबंध में अध्यक्ष को एक शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि भाजपा विधायकों को गलत तरीके से निशाना बनाया गया है और उन पर झूठे आरोप लगाए गए हैं। इस घटना ने पश्चिम बंगाल की राजनीतिक गरमाहट को और बढ़ा दिया है, खासकर ऐसे समय में जब राज्य में राजनीतिक ध्रुवीकरण अपने चरम पर है।