इस पहल का उद्देश्य भूमि प्रशासन में पारदर्शिता और दक्षता लाना है। डिजिटल रिकॉर्ड से जमीन से जुड़े विवादों का निपटारा आसान होगा और भूमि का दुरुपयोग भी कम होगा।
क्या है डिजिटलीकरण?
भूमि रिकॉर्ड का डिजिटलीकरण का मतलब है कि जमीन से जुड़े सभी रिकॉर्ड्स को डिजिटल फॉर्म में बदल दिया जाए। इससे ये रिकॉर्ड सुरक्षित हो जाएंगे और इन्हें आसानी से एक्सेस किया जा सकेगा।
क्यों है यह महत्वपूर्ण?
भूमि रिकॉर्ड का डिजिटलीकरण इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि:
- पारदर्शिता: इससे भूमि रिकॉर्ड में पारदर्शिता आएगी और भ्रष्टाचार कम होगा।
- दक्षता: इससे भूमि से जुड़े काम तेजी से होंगे और लोगों को कम परेशानी होगी।
- विवादों का निपटारा: जमीन से जुड़े विवादों का निपटारा आसानी से हो सकेगा।
- सुरक्षा: डिजिटल रिकॉर्ड सुरक्षित होते हैं और इन्हें खोना मुश्किल होता है।
क्या होंगे फायदे?
भूमि रिकॉर्ड के डिजिटलीकरण से कई फायदे होंगे, जैसे:
- विकास कार्य: इससे विकास कार्य तेजी से होंगे।
- रोजगार: इससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
- आर्थिक विकास: इससे देश का आर्थिक विकास होगा।
मुख्य बिंदु:
- भूमि रिकॉर्ड का डिजिटलीकरण पारदर्शिता और दक्षता लाएगा।
- इससे जमीन से जुड़े विवादों का निपटारा आसान होगा।
- इससे विकास कार्य तेजी से होंगे।



