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प्रफुल्ल पटेल ने नीतीश की उड़ाई ‘खिल्ली’, तो उधर बिहार CM ने शरद पवार को लगाया फोन

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने बुधवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रयास से बन रही विपक्षी एकता की खिल्ली उड़ाई है। प्रफुल्ल पटेल के इस बयान के बाद बिहार के राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गरम हो गया है। चर्चा शुरू होने लगी है कि पटना की बैठक के बाद पहले आम आदमी पार्टी अलग हो गई, अब शरद पवार की पार्टी टूट गई है। ममता बनर्जी और कांग्रेस में पश्चिम बंगाल को लेकर वाकयुद्ध जारी है। ऐसे में सवाल उठने लगे हैं कि क्या वाकई 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता बिखर जाएगी। प्रफुल्ल के ताजा बयान के बाद नवभारत टाइम्स.कॉम ने विपक्षी एकता को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पक्ष जानने की कोशिश की, जिसमें पता चला कि विपक्षी एकता का प्रयास पटरी पर है।

क्या कहा प्रफुल्ल पटेल ने?

सीएम नीतीश के प्रयास की खिल्ली उड़ाते हुए प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि हाल में पटना में 17 विपक्षी दलों की बैठक का दृश्य देखकर उन्हें हंसी आ रही थी। पटेल ने मुंबई में अजित पवार की ओर से बुलाई गई एनसीपी की बैठक में कहा, ‘मैं शरद पवार के साथ पटना में विपक्षी दलों की संयुक्त बैठक में गया था और जब मैंने वहां का दृश्य देखा तो मुझे हंसी आ रही थी।’ उन्होंने कहा, ‘वहां 17 विपक्षी दल थे और उनमें से सात के लोकसभा में केवल एक-एक सांसद हैं। एक पार्टी ऐसी थी, जिसका कोई सांसद नहीं है। वह दावा करते हैं कि वह बदलाव लाएंगे।’ पटेल यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि देश जानना चाहता है कि उन्होंने अजित पवार का साथ क्यों दिया है। उन्होंने कहा, ‘मैं उचित समय पर इस सवाल का जवाब दूंगा।’

उन्होंने कहा कि जब पिछले साल उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार गिरने की कगार पर थी, तब सभी NCP विधायकों और मंत्रियों ने शरद पवार से भारतीय जनता पार्टी (NCP) के साथ जाने का अनुरोध किया था। उन्होंने कहा, ‘जब हम शिवसेना की विचारधारा को स्वीकार कर सकते हैं तो फिर BJP के साथ जाने में क्या आपत्ति है?’ पटेल ने कहा कि उनकी पार्टी ने राष्ट्र हित और पार्टी हित में महाराष्ट्र में BJP-शिवसेना सरकार में शामिल होने का फैसला किया है, न कि व्यक्तिगत लाभ के लिए।

पटरी पर विपक्षी एकता का प्रयास

प्रफुल्ल पटेल का बयान आने के बाद पटना में कई तरह की राजनीतिक चर्चाएं शुरू हो गई। इस बारे में नवभारत टाइम्स.कॉम ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एक बेहद करीबी नेता से बात की। इसपर उन्होंने कहा कि प्रफुल्ल पटेल ने सीधे तौर से सीएम नीतीश के प्रयास पर सवाल उठाया है, जो पूरी तरह से बकवास है। उन्होंने कहा कि प्रफुल्ल पटेल खुद भी शरद पवार के साथ विपक्षी एकता की बैठक में शामिल होने पटना आए थे, आज जब वह अपने नेता की इच्छा के विरुद्ध चले गए हैं तो इस तरह का बयान दे रहे हैं।नीतीश के करीबी नेता ने बताया कि महाराष्ट्र और एनसीपी में जो कुछ हुआ है उसके बाद नीतीश कुमार ने शरद पवार को फोन किया। फोन पर हुई बातचीत में शरद पवार ने साफ तौर से कहा है कि वह अब भी विपक्षी एकता के साथ हैं। उन्होंने सीएम नीतीश को आश्वस्त किया है कि वह अपने प्रयास को जारी रखें। 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ मजबूती के साथ उतरने के प्रयास में उनका सहयोग जारी रहेगा। इतना ही नहीं, शरद पवार ने नीतीश से यह भी कहा कि वह विपक्षी एकता की आगे की बैठकों का शेड्यूल जारी रखें।नीतीश के करीबी नेता ने बताया कि शरद पवार और नीतीश कुमार के बीच बेहद सकारात्मक बातचीत हुई है। एनसीपी में टूट पर शरद पवार ने नीतीश कुमार को कहा है कि इससे घबराने की जरूरत नहीं है। जनता की अदालत में सबकुछ क्लियर हो जाएगा। जनता फैसला करती है कि कौन सही है कौन गलत। शरद पवार ने नीतीश कुमार से यह भी कहा है कि पार्टी के केवल कुछ विधायक टूटे हैं, पार्टी और संगठन पूरी तरह से उनके साथ है।

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