झारखंड राजभवन के रिटायर्ड कर्मी शहदेव सिंह से बेटी की शादी के नाम पर 3.76 लाख की धोखाधड़ी कर ली गई। इसे लेकर शहदेव सिंह की ओर से कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। शहदेव सिंह ने प्राथमिकी में बताया है कि उनकी बेटी की शादी बिहार के गया जिले के आमस थाना क्षेत्र के बेहरा निवासी शंभू शरण सिंह के बेटे भानु प्रताप सिंह के साथ तय हुई थी। शादी दहेज मुक्त होने की बात हुई थी। वर पक्ष ने कहा था कि लड़की पसंद आ गई तो बिना दहेज की शादी करेंगे।
इसके बाद 22 अप्रैल 2022 को शादी निर्धारित हुई। इस दौरान लड़के के पिता शंभू शरण सिंह ने कहा शादी आपके यहां होगी इसलिए अपनी बेटी को आप दान स्वरूप जो भी देना चाहते हैं वह मुझे दे दें। इस पर शहदेव की ओर से अलग-अलग ट्रांजैक्शन में 3.76 लाख रुपये दिए गए। इसके बाद वह लोग कार खरीदने के लिए 10 लाख रुपये मांगने लगे। कहा गया कि बेटा कार खरीदना चाहता है, इसलिए आप दें। इस तरह दहेज मांगने पर उन्हें महसूस हुआ कि उनकी बेटी को प्रताड़ित किया जा सकता है। इस वजह से शादी से इंकार कर दिया।
शादी टूटने के बाद पैसे लौटाने से इंकार :
शादी टूटने के बाद शहदेव अपना पैसा वापस मांगने लगे तो उन्हें उल्टे धमकी दी जाने लगी। यह भी धमकी दी गई कि तुम्हारी बेटी को अगवा करवा लूंगा और बिहार में नौकरी नहीं करने दूंगा। इससे परेशान होकर शहदेव ने कोतवाली थाने में FIR दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
Source : Dainik Bhaskar