ElectionNational

जम्मू-कश्मीर में पंचायत चुनाव में देरी की संभावना, सरकार ने आयोग का कार्यकाल बढ़ाया.

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में स्थानीय निकाय चुनावों में देरी होने की संभावना बढ़ गई है।

सरकार ने स्थानीय निकायों के लिए समर्पित पिछड़ा वर्ग आयोग का कार्यकाल 31 दिसंबर तक बढ़ा दिया है। इस फैसले से इस साल स्थानीय निकाय चुनाव होने की संभावना कम हो गई है।

आयोग का कार्यकाल बढ़ाने का निर्णय पिछड़े वर्गों के हितों की रक्षा के लिए लिया गया है। आयोग को अब पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण की समीक्षा और पुनर्मूल्यांकन करने का अधिक समय मिलेगा।

हालांकि, इस फैसले से स्थानीय निकायों में प्रतिनिधित्व न होने की समस्या गहरा सकती है। कई क्षेत्रों में पंचायतों का कार्यकाल पहले ही समाप्त हो चुका है और नए चुनाव नहीं होने से ग्रामीण विकास पर असर पड़ सकता है।

यह निर्णय कई कारणों से महत्वपूर्ण है:

  • पिछड़ा वर्गों का आरक्षण: यह निर्णय पिछड़े वर्गों को आरक्षण देने के सरकार के प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
  • स्थानीय निकाय चुनाव: यह निर्णय स्थानीय निकाय चुनावों में देरी का कारण बन सकता है।
  • ग्रामीण विकास: स्थानीय निकाय चुनावों में देरी से ग्रामीण विकास प्रभावित हो सकता है।
  • राजनीतिक परिदृश्य: यह निर्णय जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक परिदृश्य को प्रभावित कर सकता है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button