इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, राज्य ने इस महीने मसूरी अभयारण्य में एक पक्षी महोत्सव का आयोजन किया।
क्या है इस पहल का उद्देश्य?
इस पहल का मुख्य उद्देश्य राज्य में पक्षी पर्यटन को बढ़ावा देना है। उत्तराखंड में पक्षियों की विभिन्न प्रजातियों की मौजूदगी के कारण यहां पक्षी देखने की अपार संभावनाएं हैं। सरकार का मानना है कि पक्षी पर्यटन से न केवल राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि स्थानीय लोगों को भी रोजगार के अवसर मिलेंगे।
क्यों है उत्तराखंड पक्षी देखने के लिए एक अच्छी जगह?
उत्तराखंड में पहाड़ों, घाटियों और जंगलों की विविधता के कारण यहां पक्षियों की कई दुर्लभ प्रजातियां पाई जाती हैं। राज्य में कई अभयारण्य और राष्ट्रीय उद्यान हैं जो पक्षी देखने के लिए आदर्श स्थान हैं।
क्या हैं इस पहल के फायदे?
- पर्यटन को बढ़ावा: पक्षी पर्यटन से राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
- रोजगार के अवसर: पक्षी पर्यटन से स्थानीय लोगों को गाइड, होटल व्यवसाय आदि में रोजगार के अवसर मिलेंगे।
- प्रकृति संरक्षण: पक्षी पर्यटन से लोगों को प्रकृति के प्रति जागरूक किया जा सकता है और इससे प्रकृति संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा।
आगे क्या होगा?
सरकार राज्य में पक्षी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए और भी कई कदम उठा सकती है। इसमें नए पक्षी अभयारण्य बनाना, पक्षी देखने के लिए सुविधाएं विकसित करना और पक्षी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता अभियान चलाना शामिल हो सकता है।