बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर शाह ने घोषणा की कि अगले सालभर तक, यानी 15 नवंबर 2025 तक, पूरे देश में “आदिवासी गौरव दिवस” मनाया जाएगा।
अमित शाह ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2021 में बिरसा मुंडा की जयंती को हमेशा के लिए “आदिवासी गौरव दिवस” के रूप में मनाने का निर्णय लिया था।
प्रतिमा का वजन लगभग 3,000 किलोग्राम है, जिसे पश्चिम बंगाल के दो अनुभवी मूर्तिकारों ने तैयार किया है। इसे इस तरह बनाया गया है कि बिरसा मुंडा का अद्वितीय व्यक्तित्व और जीवंतता स्पष्ट हो सके।
इसी दौरान, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सराय काले खां चौराहे का नाम बदलकर “भगवान बिरसा मुंडा चौक” कर दिया।
इस अवसर पर शाह ने बिरसा मुंडा की महानता का स्मरण किया और कहा कि उनका जीवन भारत की जनजातीय संस्कृति के गौरव और स्वतंत्रता संग्राम की मिसाल है।