छह लोगों की मौत के बाद हुए हिंसक प्रदर्शनों के चलते इम्फाल घाटी के पांचों जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है और इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। मैतेई समुदाय ने एक अल्टीमेटम जारी किया है, जबकि कुकी-ज़ो समुदाय ने अपने लोगों के अंतिम संस्कार रोक दिए हैं।
क्या है पूरा मामला?
छह लोगों की मौत के बाद मैतेई समुदाय ने सरकार से कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने सरकार को एक अल्टीमेटम दिया है और धमकी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे और भी हिंसक प्रदर्शन करेंगे। दूसरी ओर, कुकी-ज़ो समुदाय ने अपने लोगों के अंतिम संस्कार रोक दिए हैं और सरकार से न्याय की मांग कर रहे हैं।
क्यों बढ़ रहा है तनाव?
मणिपुर में मैतेई और कुकी-ज़ो समुदायों के बीच लंबे समय से तनाव चल रहा है। जमीन, नौकरियों और राजनीतिक प्रतिनिधित्व को लेकर दोनों समुदायों के बीच विवाद है। हाल ही में हुई हिंसा ने इस तनाव को और बढ़ा दिया है।
क्या हैं इस घटना के परिणाम?
इस घटना के कारण मणिपुर में सामान्य जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। लोग अपने घरों में कैद हैं और आवश्यक वस्तुओं की कमी हो रही है। राज्य सरकार ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षाबलों को तैनात किया है।
क्या होगा आगे?
यह कहना मुश्किल है कि मणिपुर में स्थिति कब सामान्य होगी। दोनों समुदायों के बीच विश्वास की कमी है और सरकार को उन्हें एक साथ लाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।