अमेरिका के खंडन के बावजूद राहुल गांधी से 10 सवाल पूछेंगे बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे.
दुबे का आरोप: निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया कि मीडिया पोर्टल ओसीसीआरपी और व्यवसायी जॉर्ज सोरोस ने विपक्ष के साथ मिलकर भारत की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने और मोदी सरकार को बदनाम करने की साजिश रची है।
अमेरिका का खंडन:
अमेरिकी दूतावास ने शनिवार को बीजेपी के इन आरोपों को निराशाजनक बताया और कहा कि अमेरिका हमेशा मीडिया की स्वतंत्रता का समर्थक रहा है।
दुबे का बयान:
दुबे ने सोशल मीडिया पर कहा कि अमेरिका ने स्वीकार किया है कि ओसीसीआरपी को अमेरिकी सरकार और जॉर्ज सोरोस के फाउंडेशन से फंडिंग मिलती है।
लोकसभा में सवाल:
दुबे ने कहा कि वह लोकसभा में राहुल गांधी से 10 सवाल पूछेंगे।
उन्होंने विपक्ष पर संसद में उनकी आवाज दबाने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
बीजेपी के आरोप:
बीजेपी का दावा है कि अमेरिकी “डीप स्टेट” और ओसीसीआरपी ने राहुल गांधी के साथ मिलकर भारत की छवि खराब करने की कोशिश की है।
ओसीसीआरपी का उद्देश्य:
ओसीसीआरपी, जो एम्सटर्डम में स्थित है, अपराध और भ्रष्टाचार से जुड़ी कहानियों पर काम करता है।
अडानी समूह पर आरोप:
पिछले महीने, अमेरिकी अभियोजकों ने गौतम अडानी और अन्य पर 2020-2024 के बीच ₹250 मिलियन रिश्वत देकर सरकारी ठेके हासिल करने का आरोप लगाया।
अडानी समूह ने इन आरोपों को “बेबुनियाद” बताया।
कांग्रेस का रुख:
कांग्रेस ने अडानी मामले की संयुक्त संसदीय समिति (JPC) द्वारा जांच की मांग की है।
कांग्रेस ने सरकार पर अडानी समूह को बचाने का आरोप लगाया है।
बीजेपी का जवाब:
बीजेपी ने कहा कि राहुल गांधी ने ओसीसीआरपी की रिपोर्ट का इस्तेमाल सरकार और अडानी समूह के खिलाफ आरोप लगाने के लिए किया।
अमेरिका का बयान:
अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि ओसीसीआरपी जैसे संगठनों के संपादकीय निर्णयों पर उनका कोई प्रभाव नहीं है।