लेकिन देश के कई हिस्सों में शवदान को लेकर लोगों में जागरूकता की कमी है। इस कारण मेडिकल कॉलेजों में शवों की कमी की समस्या बनी हुई है।
एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, शवदान की प्रक्रिया को लेकर लोगों में पर्याप्त जानकारी नहीं होने के कारण वे इस दिशा में आगे नहीं आ पा रहे हैं। जबकि कई राज्यों में शवदान को लेकर स्पष्ट नियम और कानून हैं, लेकिन आम जनता तक इनकी जानकारी नहीं पहुंच पा रही है।
शवदान से न केवल मेडिकल छात्रों को लाभ होता है, बल्कि इससे अंगदान के प्रति भी लोगों को जागरूक किया जा सकता है। शवदान के माध्यम से मेडिकल साइंस में नए-नए शोध भी किए जा सकते हैं।
शवदान के महत्व को समझते हुए सरकार और गैर सरकारी संगठनों को मिलकर लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाने की आवश्यकता है।