राहुल गांधी ने इसे “लोकतंत्र और संविधान की हत्या” करार दिया। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इन घटनाओं को “बेहद हृदयविदारक” बताया।
मुख्य बिंदु:
- असम और उत्तर प्रदेश में विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मौत।
- राहुल गांधी ने इन घटनाओं को “लोकतंत्र और संविधान की हत्या” कहा।
- उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और उन्हें न्याय दिलाने का वादा किया।
- प्रियंका गांधी ने इन घटनाओं को “बेहद हृदयविदारक” बताया।
- राहुल गांधी ने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि देश में संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए कांग्रेस का सत्याग्रह जारी रहेगा।
- कांग्रेस ने भाजपा शासित राज्यों में बढ़ती पुलिस ज्यादती पर सवाल उठाए।
- प्रियंका गांधी ने कहा कि जनता की आवाज़ को दबाने के लिए सत्ता का दुरुपयोग हो रहा है।
- असम और यूपी की घटनाओं ने विपक्ष को सरकार पर हमला करने का मौका दिया।
- कांग्रेस नेताओं ने इन घटनाओं की निष्पक्ष जांच की मांग की।
- प्रियंका गांधी ने कहा कि यह सरकार जनता के मुद्दों को हल करने की बजाय उन्हें दबाने में लगी है।
- कांग्रेस ने मृतकों के परिवारों को मुआवजा और न्याय दिलाने का संकल्प लिया।
- राहुल गांधी ने कहा कि ये घटनाएं भाजपा सरकारों की नीतियों का परिणाम हैं।
- कांग्रेस ने कहा कि जनता के अधिकारों के लिए संघर्ष जारी रहेगा।
- पार्टी ने पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए इसे सरकार की विफलता बताया।
- प्रियंका गांधी ने कहा कि संविधान और लोकतंत्र को बचाने की जिम्मेदारी हर नागरिक की है।
- असम और यूपी में कांग्रेस ने शोक सभाएं आयोजित करने का ऐलान किया।
- विपक्ष ने इन घटनाओं को लेकर संसद में मुद्दा उठाने की योजना बनाई।
- भाजपा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कांग्रेस पर सस्ती राजनीति करने का आरोप लगाया।
- राहुल गांधी ने सत्याग्रह को संविधान और बाबासाहेब अंबेडकर के आदर्शों का प्रतीक बताया।
- देश में पुलिस की कार्यवाही को लेकर नागरिकों में आक्रोश बढ़ता दिख रहा है।