शहर का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 420 दर्ज किया गया है, जिससे स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने संवेदनशील समूहों के लिए स्वास्थ्य संबंधी चेतावनी जारी की है।
घने कोहरे के कारण दृश्यता कम हो गई है और यातायात प्रभावित हुआ है। स्कूलों को बंद करने और निर्माण गतिविधियों को रोकने जैसे कड़े उपाय किए जा रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि वायु प्रदूषण के मुख्य कारणों में वाहनों से निकलने वाला धुआं, उद्योगों से निकलने वाला प्रदूषण और किसानों द्वारा पराली जलाना शामिल हैं। सरकार ने प्रदूषण को कम करने के लिए कई उपाय किए हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस परिणाम नहीं मिल पाया है।
दिल्ली के लोग इस गंभीर वायु प्रदूषण से काफी परेशान हैं। उन्हें सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन और गले में खराश जैसी समस्याएं हो रही हैं। डॉक्टरों ने लोगों को घर से बाहर निकलने से बचने और मास्क पहनने की सलाह दी है।