
पुलिस के अनुसार, कैदी ने अपनी जान दे दी।
यह पहली बार नहीं है जब हजारीबाग की इस जेल में आत्महत्या की घटना सामने आई है। कुछ साल पहले भी इसी जेल से एक ऐसी ही घटना की सूचना मिली थी। जेल प्रशासन इस बात की जांच कर रहा है कि कैदी ने आत्महत्या क्यों की और क्या इसके पीछे कोई अन्य कारण थे।
मृतक नक्सली कैदी आरोप में जेल में बंद था। पुलिस इस बात की भी पड़ताल कर रही है कि कहीं यह आत्महत्या किसी दबाव या अन्य परिस्थितियों के कारण तो नहीं हुई।