World

ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन की राजनीति में फिर वापसी, ऋषि सुनक ने बनाया विदेश मंत्री

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने आज अपने दो बड़े फैसलों से सबको चौंका दिया। उन्होंने सोमवार को गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन को बर्खास्त कर दिया। वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन को अपना नया विदेश मंत्री नियुक्त किया। कैमरन ने सात साल बाद राजनीति में फिर से वापसी की है। डेविड कैमरन ब्रेक्सिट जनमत संग्रह हारने के बाद पद छोड़ने से पहले 2010 से 2016 तक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री थे। वह जेम्स क्लेवरली की जगह लेगें, जो अब तक विदेश मंत्री के पद पर काबिज थे। क्लेवरली को ब्रिटेन का नया गृह मंत्री बनाया गया है। उन्होंने सुएला ब्रेवरमैन की जगह ली है। डेविड कैमरन के कार्यकाल में भारत और ब्रिटेन के रिश्ते काफी मजबूत थे। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान भारत के अमृतसर में जालियावाला बाग का भी दौरा किया था। उन्होंने जालियावाला बाग हत्याकांड को शर्मानक जरूर बताया था, लेकिन माफी नहीं मांगी थी।

david cameron uk

कौन हैं डेविड कैमरन

डेविड कैमरन का पूरा नाम डेविड विलियम डोनाल्ड कैमरन है। वह 2005 से 2016 तक कंजर्वेटिव पार्टी के नेता के रूप में भी काम किया है। इसके अलावा वह ब्रिटिश संसद में 2005 से 2010 तक विपक्ष के नेता भी रह चुके हैं। लंदन में एक उच्च-मध्यम वर्गीय परिवार में जन्मे कैमरन की शिक्षा हीदरडाउन स्कूल, ईटन कॉलेज और ब्रासेनोस कॉलेज, ऑक्सफोर्ड में हुई। 1988 से 1993 तक उन्होंने कंजर्वेटिव रिसर्च डिपार्टमेंट में काम किया। बाद में उन्होंने कंजर्वेटिव प्रधानमंत्री जॉन मेजर के सहायक के तौर पर काम किया। इसके बाद उन्होंने 1994 में कार्लटन कम्युनिकेशंस के लिए काम करने के लिए राजनीति छोड़ दी।

2001 में राजनीति में फिर की वापसी

साल 2001 में कैमरन ने राजनीति में फिर वापसी की और वह सांसद चुने गए। उन्होंने कंजर्वेटिव नेता माइकल हॉवर्ड के तहत विपक्षी शैडो कैबिनेट में काम किया। इसके बाद 2005 में वे हॉवर्ड के उत्तराधिकारी बने। कैमरन ने तेजी से सामाजिक रूप से उदार स्थिति को अपनाते हुए महिलाओं और अल्पसंख्यक जातीय कंजर्वेटिव सांसदों की संख्या बढ़ाने के लिए “ए-लिस्ट” की शुरुआत करते हुए,कंजर्वेटिवों को फिर से ब्रांड बनाने की मांग की।

ब्रिटेन के पीएम कैसे बनें कैमरन

2010 के आम चुनाव के बाद, बातचीत के परिणामस्वरूप कैमरन लिबरल डेमोक्रेट के साथ गठबंधन सरकार के प्रमुख के रूप में प्रधानमंत्री बने। उनके प्रधानमंत्रित्व काल में ब्रिटेन को वैश्विक वित्तीय संकट का सामना करना पड़ा था। इससे ब्रिटिश सरकार को बड़ा घाटा भी उठाना पड़ा। इस कारण उनकी सरकार को खर्च में कटौती जैसा कठोर फैसला लेना पड़ा था। उनके प्रशासन ने स्वास्थ्य और सामाजिक देखभाल अधिनियम और कल्याण सुधार अधिनियम पारित किया, जिसने स्वास्थ्य देखभाल और कल्याण में बड़े पैमाने पर बदलाव पेश किए। इसने कड़ी आप्रवासन नीतियों को भी लागू किया, शिक्षा में सुधार पेश किए और 2012 के लंदन ओलंपिक का निरीक्षण किया। इसने रॉयल मेल और कुछ अन्य राज्य संपत्तियों का निजीकरण कर दिया, और इंग्लैंड और वेल्स में समलैंगिक विवाह को वैध बना दिया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button