मरने वालों की संख्या 23 हुई
इस बीच, बाढ़ और भूस्खलन से जुड़ी घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 23 हो गई है, जो इस प्राकृतिक आपदा की गंभीरता को दर्शाता है। राहत और बचाव कार्य अभी भी युद्धस्तर पर जारी हैं।
शनिवार शाम तक ब्रह्मपुत्र नदी धुबरी में, कोपिली धर्मतुल में, बराक बीपी घाट पर और कुशियारा श्रीभूमि में अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी। हालांकि, अन्य नदियों का जलस्तर धीरे-धीरे घट रहा है, जिससे कई इलाकों में पानी कम होना शुरू हो गया है। प्रभावित लोग अभी भी राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं, जहां उन्हें भोजन, पानी और चिकित्सा सहायता जैसी बुनियादी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए है और प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री वितरित की जा रही है। सड़कों और अन्य बुनियादी ढांचे को हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। सरकार पुनर्वास और पुनर्निर्माण के प्रयासों को तेज करने की योजना बना रही है ताकि सामान्य जनजीवन को जल्द से जल्द बहाल किया जा सके।
#AssamFloods, #FloodSituation, #DisasterRelief, #DeathToll, #BrahmaputraRiver, #AffectedPopulation, #AssamDisaster, #ReliefCamps, #NaturalCalamity, #NortheastFloods



