बॉर्डर पर माफिया से लड़ूं या दुश्मन से…? कलेक्टर की जनसुनवाई में फौजी की गुहार

देश की सेवा में सिक्किम बॉर्डर पर तैनात सेना में सूबेदार नायब अपने हक पाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं. दबंगों ने उनके प्लॉट पर कब्जा कर रखा है जिससे हटवाने के लिए हर दफ्तर के चक्कर काट लिए लेकिन उनको अपना हक नहीं मिल पाया. ग्वालियर में जनसुनवाई में पहुंचे नायब सूबेदार ने यह अपना दर्द जाहिर किया जिस पर कलेक्टर ने तत्काल एक्शन लेने के निर्देश दिए हैं.
लद्दाख सिक्किम बॉर्डर पर देश की सीमा की रक्षा में तैनात फौजी भू माफियाओं के जाल में फस गया. ग्वालियर में बीजेपी नेता के भतीजे ने उसे प्लॉट दिलाया था लेकिन अब बिल्डर कब्जा देने को तैयार नहीं है. दो साल बीत गए. निराश होकर हार मान कर जवान ने ग्वालियर कलेक्टर और एसएसपी से इसकी शिकायत की.
इंडियन आर्मी के जवान ने कहा कि समझ नहीं आ रहा है कि देश की सीमा पर दुश्मन से लड़ूं या यहां माफिया से. प्लॉट पर दबंग कब्जा जमाए बैठा है. न तो उसका रुपया वापस मिल रहा है, न ही प्लॉट दिया जा रहा है. धमकाया जा रहा है. उसे बार-बार बॉर्डर ड्यूटी से छुट्टी लेकर यहां तक आना पड़ता है. कहीं सुनवाई नहीं हो रही है. फौजी के समर्थन में IVO इंडियन वेटरन्स ऑर्गेनाइजेशन भी आ गया है.



