पुलिस ने बताया कि छात्र बोर्ड परीक्षा के तनाव में था और उसने अपनी मां को बताया था कि वह परीक्षा नहीं देगा।
पुलिस के अनुसार, छात्र का शव हॉस्टल के कमरे में मिला। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि छात्र ने आत्महत्या की है। हालांकि, पुलिस मामले की जांच कर रही है और सभी पहलुओं को ध्यान में रखा जा रहा है।
छात्र के निधन से उसके परिवार और दोस्तों में शोक की लहर दौड़ गई है। स्कूल और कॉलेज प्रशासन ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त किया है।
यह घटना कई सवाल खड़े करती है:
- क्या छात्र को पर्याप्त मनोवैज्ञानिक सहायता मिल रही थी?
- क्या स्कूल और कॉलेज प्रशासन छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देते हैं?
- क्या बोर्ड परीक्षाओं का दबाव छात्रों पर बहुत अधिक है?
यह घटना हमें यह याद दिलाती है कि छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना कितना महत्वपूर्ण है।



