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केजरीवाल ने 45 करोड़ के शीशमहल को बनाने के लिए मास्टर प्लान 2021 को भी नहीं माना, मीनाक्षी लेखी ने गिनाया कैसे उड़ाई धज्जियां

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के 45 करोड़ वाले सरकारी बंगले में हुए खुलासे के बाद से देश की राजधानी में हलचल तेज है। एक ओर जहां खुद सीएम केजरीवाल इस मसले पर चुप्पी नहीं तोड़ रहे हैं वहीं भारतीय जनता पार्टी इसपर हमलावर है। हमारे सहयोगी टाइम्स नाउ नवभारत लगातार इसपर खुलासे पर खुलासे कर रहा है। घर में लगे करोंड़ों रुपये पानी की तरह बहाए गए हैं। पर्दे, वियतनाम से आए मार्बल, लग्जरी वॉशरूम आदि पर लगे पैसे देखकर लोग हैरान हैं। लोग अचंभित हैं कि किसी सीएम का आवास इतना भी महंगा भी हो सकता है। इस बीच आज केंद्रीय मंत्री और नई दिल्ली से सांसद मीनाक्षी लेखी ने केजरीवाल के शीशमहल पर प्रेस से बातचीत की। उन्होंने केजरीवाल पर आरोप लगाया कि दिल्ली के सीएम ने आधिकारिक आवास का सौंदर्यीकरण मास्टर प्लान 2021 का उल्लंघन करते हुए किया गया और इसके लिए कई पेड़ काट दिए गए। हम आपको बताएंगे कि मीनाक्षी लेखी ने कितने कानूनों का उल्लंघन कर अपने सरकारी आवास का सौंदर्यीकरण किया।

मीनाक्षी लेखी ने कहा- केजरीवाल के घर में हुआ घोटाला
केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि सीएम केजरीवाल ने अपने सरकारी बंगले पर सौंदर्यीकरण के लिए मास्टर प्लान 2021 का उल्लंघन किया है। बुधवार को केजरीवाल के 6, फ्लैगस्टाफ रोड आवास के पास प्रदेश भाजपा के अनिश्चितकालीन धरने में शामिल होने वालीं लेखी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के आवास का 45 करोड़ रुपये की लागत से कराए गए सौंदर्यीकरण कार्य में घोटाला हुआ है। भाजपा की दिल्ली इकाई ने सोमवार से सिविल लाइंस में केजरीवाल के सरकारी आवास के पास धरना शुरू किया है।

ऐसे हुआ मास्टर प्लान 2021 के तहत नियमों का उल्लंघन
केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने सांवददाता सम्मेलन में बताया कि 500 गज का एक नया बंगला लगभग 4-5 करोड़ रुपये के साथ बनाया जा सकता है, जबकि केजरीवाल ने अपने आवास के सौंदर्यीकरण पर तब 45 करोड़ रुपये खर्च किए और वह भी उस समय जब कोविड महामारी फैली हुई थी। सत्ता में आने से पहले केजरीवाल ने सरकारी बंगला और वाहन न लेने की बात कही थी।

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