जबकि शनिवार को केवल दो स्टेशनों पर ही हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ थी।
दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से हल्की बारिश हो रही है, लेकिन इसके बावजूद हवा की गुणवत्ता में सुधार नहीं हो पाया है। हवा की गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 308 पर पहुंच गया है, जो कि ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है।
दिल्ली की हवा खराब होने के कारण:
वायु प्रदूषण: वाहनों से निकलने वाला धुआं, उद्योगों से निकलने वाला धुआं और निर्माण कार्य के दौरान उड़ने वाली धूल हवा को प्रदूषित कर रही है।
कृषि गतिविधियां: आसपास के क्षेत्रों में किसान पराली जला रहे हैं, जिससे हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है।
प्रतिकूल मौसम: हवा में नमी की मात्रा बढ़ने से प्रदूषक कण हवा में अधिक समय तक बने रहते हैं।
हवा की गुणवत्ता खराब होने के प्रभाव:
सांस लेने में तकलीफ
आंखों में जलन
गले में खराश
त्वचा रोग
दिल की बीमारियां
फेफड़ों की बीमारियां
सरकार द्वारा उठाए गए कदम:
पराली जलाने पर प्रतिबंध लगाया गया है।
वाहनों के उत्सर्जन को कम करने के लिए नियम बनाए गए हैं।
उद्योगों को प्रदूषण नियंत्रण उपकरण लगाने के निर्देश दिए गए हैं।
आप क्या कर सकते हैं:
घर के अंदर रहें
एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें
मास्क पहनें
सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें
अपनी कार का कम से कम इस्तेमाल करें

