सूत्रों के अनुसार, यह बैठक सीमा पर बढ़ती गतिविधियों के मद्देनज़र की जा रही है।
सूत्रों ने बताया कि यह फ्लैग मीटिंग नियंत्रण रेखा के पास आयोजित होगी। हालांकि, बैठक के एजेंडे को लेकर अधिक जानकारी का इंतजार किया जा रहा है।
गौरतलब है कि 11 फरवरी को जम्मू क्षेत्र के अखनूर सेक्टर में आतंकियों द्वारा किए गए आईईडी हमले में एक सेना के कैप्टन समेत दो जवान शहीद हो गए थे। इस हमले के बाद से सीमा पर तनाव की स्थिति बनी हुई है।
भारतीय सेना लगातार सुरक्षा स्थिति की समीक्षा कर रही है और पाकिस्तान को इन घटनाओं पर जवाबदेही तय करने के लिए कहा गया है।
पिछले कुछ महीनों में LoC पर घुसपैठ और संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाओं में बढ़ोतरी देखी गई है, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह फ्लैग मीटिंग दोनों देशों के बीच सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखने के लिए एक अहम कदम हो सकता है।



