रांची: झारखंड सरकार ने राज्य के होनहार और आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए एक बड़ी पहल करते हुए इंजीनियरिंग और मेडिकल परीक्षाओं की तैयारी हेतु नि:शुल्क कोचिंग सुविधा की शुरुआत की है। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण व पिछड़े इलाकों के उन छात्रों को मुख्यधारा की प्रतियोगी परीक्षाओं में समान अवसर देना है, जिनके पास संसाधनों की कमी के कारण तैयारी की उचित सुविधा नहीं होती।
इस योजना को ‘आकांक्षा योजना’ नाम दिया गया है। इसके तहत चयनित छात्रों को न केवल मुफ्त कोचिंग दी जाएगी, बल्कि उन्हें आवास, भोजन, पुस्तकें और डिजिटल उपकरण जैसे टैबलेट भी प्रदान किए जाएंगे। सरकार की ओर से जारी सूचना के अनुसार, यह कोचिंग पूरी तरह आवासीय होगी और इसका संचालन राज्य सरकार द्वारा निर्धारित संस्थानों में किया जाएगा।
इस योजना के अंतर्गत दो प्रमुख परीक्षाओं—ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (JEE) और नीट (NEET)—की तैयारी करवाई जाएगी। पहले चरण में इंजीनियरिंग के लिए 100 और मेडिकल के लिए 75 छात्रों का चयन किया जाएगा। चयन एक प्रवेश परीक्षा के माध्यम से होगा, जिसमें झारखंड शैक्षिक परिषद (JAC) द्वारा मान्यता प्राप्त स्कूलों में पढ़ने वाले 10वीं पास छात्र आवेदन कर सकते हैं।
सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस योजना में एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों को प्राथमिकता दी जाएगी, ताकि शिक्षा के क्षेत्र में समावेशिता को बढ़ावा दिया जा सके।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस अवसर पर कहा, “हमारा सपना है कि झारखंड का हर बच्चा, चाहे वो किसी भी वर्ग या क्षेत्र से हो, देश के सर्वोत्तम संस्थानों तक पहुंच सके। आकांक्षा योजना उसी दिशा में एक मजबूत कदम है।”
यह योजना न केवल शिक्षा के क्षेत्र में समानता लाएगी, बल्कि झारखंड के युवा वर्ग को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी एक अहम प्रयास साबित होगी।


