प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका में रहने वाले भारतीय समुदाय की सराहना करते हुए उन्हें ‘राष्ट्रदूत’ या भारत के ब्रांड एंबेसडर कहा।
न्यूयॉर्क के लॉन्ग आइलैंड स्थित नासाउ कोलिज़ीयम में 'मोदी और अमेरिका' कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय-अमेरिकी समुदाय भारत का सबसे मजबूत प्रतिनिधि है।
जब मेरे पास कोई आधिकारिक पद नहीं था, तब भी मैंने आपकी क्षमताओं को पहचाना। आप सभी भारत के मजबूत ब्रांड एंबेसडर रहे हैं, इसलिए मैं आपको ‘राष्ट्रदूत’ कहता हूं।” इस कार्यक्रम में करीब 13,000 लोग उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की विविधता की भी सराहना की और कहा, “हम ऐसे देश से आते हैं जहां दर्जनों भाषाएं और संवाद हैं, सभी धर्म और विश्वास हैं।”
इसके अलावा, उन्होंने हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों का जिक्र किया, जिसमें उनकी पार्टी ने लगातार तीसरी बार ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
न्यूयॉर्क में आयोजित यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री मोदी की तीन दिवसीय अमेरिका यात्रा का हिस्सा था, जो 21 सितंबर को शुरू हुई थी। इस यात्रा के दूसरे दिन, प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ द्विपक्षीय वार्ता की, जहां दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका संबंधों को और बेहतर बनाने के तरीकों पर चर्चा की और क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर विचार साझा किए।
प्रधानमंत्री मोदी ने क्वाड शिखर सम्मेलन में भी भाग लिया, जिसमें ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा भी शामिल थे। इस छठे क्वाड शिखर सम्मेलन में चारों नेताओं ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा, स्वास्थ्य, जलवायु परिवर्तन और मौजूदा भू-राजनीतिक स्थिति पर विचार-विमर्श किया।
प्रधानमंत्री मोदी की तीन दिवसीय अमेरिका यात्रा का समापन संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में ‘समिट ऑफ फ्यूचर’ के संबोधन के साथ होगा।


