यह घटना राज्य में अवैध रूप से बम बनाने की गतिविधियों की गंभीर समस्या को उजागर करती है। हालांकि, स्थानीय लोगों का दावा है कि मृतकों की वास्तविक संख्या अधिक हो सकती है, क्योंकि धमाके के तुरंत बाद कथित तौर पर शवों को घटनास्थल से हटा दिया गया था।
पुलिस के अनुसार, यह घटना राज्य के एक ग्रामीण इलाके में हुई, जहाँ कुछ लोग गुप्त रूप से बम बना रहे थे। यह स्पष्ट नहीं है कि वे किस उद्देश्य से बम बना रहे थे, लेकिन इस तरह की गतिविधियां अक्सर राजनीतिक हिंसा या आपराधिक मंसूबों से जुड़ी होती हैं। धमाका इतना जोरदार था कि आसपास के इलाकों में दहशत फैल गई। सूचना मिलने पर पुलिस और बचाव दल मौके पर पहुंचे, लेकिन उन्हें दो ही शव मिले।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि धमाके के बाद कुछ लोगों ने जल्दबाजी में घटनास्थल से कई शवों को हटाया। यदि यह आरोप सही हैं, तो यह मामले की गंभीरता और इसमें शामिल लोगों द्वारा सबूत मिटाने के प्रयास को दर्शाता है। पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है ताकि धमाके के पीछे के वास्तविक कारणों, इसमें शामिल सभी लोगों और हटाए गए शवों के बारे में सच्चाई सामने आ सके।


