गोहिल को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और भारतीय नौसेना की निर्माणाधीन और मौजूदा प्रतिष्ठानों के बारे में जानकारी साझा करने के लिए एक पाकिस्तानी एजेंट ने लालच दिया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। यह गिरफ्तारी राज्य के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) द्वारा की गई।
एटीएस के अधिकारियों के अनुसार, आरोपी सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तानी एजेंट के संपर्क में आया था, जिसने उसे पैसे का लालच देकर संवेदनशील जानकारी प्राप्त करने के लिए उकसाया था। गोहिल ने कथित तौर पर बीएसएफ और नौसेना से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण सूचनाएं और तस्वीरें एजेंट के साथ साझा की थीं, जो भारत की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकती थीं।
आरोपी के खिलाफ आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम और अन्य संबंधित कानूनों के तहत मामला दर्ज किया गया है। एटीएस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या इस मामले में और भी लोग शामिल हैं। यह घटना सीमावर्ती क्षेत्रों में ऑनलाइन माध्यमों से जासूसी की गतिविधियों की बढ़ती चिंता को दर्शाती है।



