कहीं धरती खिसकी तो कहीं बादल फटा… शिमला के शिव मंदिर में दर्जनों फंसे, मंडी का पंचवक्त्र मंदिर फिर डूबा
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश ने एक बार फिर से तबाही मचाई है। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में दो स्थानों पर भूस्खलन होने से 12 लोगों की मौत हो चुकी है। शिमला का समरहिल स्थित शिव मंदिर भी भूस्खलन की चपेट में आ गया है। यहां 25 से 30 लोग मलबे में दबे हुए हैं। वहीं मंडी के पंचवक्त्र मंदिर में भी एक बार फिर पानी भर गया है। हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अगले दो दिन के लिए सैलानियों से हिमाचल न आने की अपील की है। शिमला में शिव मंदिर के मलबे से पांच शव निकाले जा चुके हैं। वहीं राहत और बचाव कार्य जारी है। यही हाल उत्तराखंड का है। प्रदेश के चमोली में बारिश ने जमकर तबाही मचाई है। पीपलकोटी में बादल फटने के कारण मलबे के ढेर में कई गाड़ियां दब गईं। भारी बारिश से प्राणमति नदी उफान पर है।बात शिमला की करें तो यहां रविवार सुबह से बारिश का दौर जारी है। समरहिल और फागली में भूस्खलन होने के वजह से 80 से ज्यादा लोग मलबे के नीचे दब गए। जिसमें अबतक 12 लोगों की मौत हो चुकी है। समरहिल के पास शिव बौड़ी मंदिर पर भूस्खलन हुआ है, जिसमें 9 लोगों की मौत हुई है। 30 से 32 लोग मलबे में दबे होने की जानकारी है। इसी तरह फागली के लाल कोठी इलाके में 15 ढारे ढह गए हैं। जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि ढारों में नेपाली मूल के लोग रहते हैं।बात शिमला की करें तो यहां रविवार सुबह से बारिश का दौर जारी है। समरहिल और फागली में भूस्खलन होने के वजह से 80 से ज्यादा लोग मलबे के नीचे दब गए। जिसमें अबतक 12 लोगों की मौत हो चुकी है। समरहिल के पास शिव बौड़ी मंदिर पर भूस्खलन हुआ है, जिसमें 9 लोगों की मौत हुई है। 30 से 32 लोग मलबे में दबे होने की जानकारी है। इसी तरह फागली के लाल कोठी इलाके में 15 ढारे ढह गए हैं। जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि ढारों में नेपाली मूल के लोग रहते हैं।




