पटना/रांची: बिहार विधानसभा चुनावों के लिए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के उम्मीदवार सत्येंद्र साह को नामांकन पत्र दाखिल करने के कुछ ही देर बाद झारखंड पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी एक 21 साल पुराने डकैती के मामले से जुड़ी है, जिसमें उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट लंबित था। इस अचानक हुई गिरफ्तारी से बिहार के राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया है।
झारखंड पुलिस ने पुष्टि की है कि साह को एक पुराने और गंभीर अपराधिक मामले में गिरफ्तार किया गया है। उनके खिलाफ लंबे समय से एक गैर-जमानती वारंट जारी था, जिसके आधार पर पुलिस ने यह कार्रवाई की है। गिरफ्तारी के बाद सत्येंद्र साह को आगे की कानूनी प्रक्रिया के लिए झारखंड ले जाया गया है। राजद के शीर्ष नेतृत्व ने इस मामले पर आश्चर्य व्यक्त किया है और कानूनी पहलुओं की जांच करवाने की बात कही है।
नामांकन के ठीक बाद हुई इस गिरफ्तारी ने चुनावों से पहले विपक्षी दलों को हमलावर होने का एक मौका दे दिया है। इस मामले से पता चलता है कि कानून का शासन राजनीतिक गतिविधियों से ऊपर है। अब राजद को अपनी इस सीट पर नए उम्मीदवार के विकल्प पर विचार करना पड़ सकता है, क्योंकि नामांकन दाखिल होने के बावजूद कानूनी प्रक्रिया में बाधा आने की संभावना है। इस घटना ने बिहार चुनावों में अपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों के मुद्दे को फिर से उजागर किया है।



