इस आरोप के जवाब में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने भाजपा पर जोरदार पलटवार किया है। इस सियासी टकराव से राज्य की राजनीति में गर्माहट आ गई है।
भाजपा ने दावा किया है कि कांग्रेस नेतृत्व बिहार चुनावों में खर्च करने के लिए कर्नाटक के कोष का इस्तेमाल कर रहा है। हालांकि, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। सिद्धारमैया ने कहा कि बिहार में होने वाले चुनावों के लिए कर्नाटक से ‘5 पैसे’ भी नहीं दिए गए हैं। उन्होंने भाजपा पर बिना किसी सबूत के झूठे आरोप लगाकर राजनीतिक माहौल खराब करने का आरोप लगाया। उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने भी आरोपों को आधारहीन बताया और उन्हें खारिज कर दिया।
कांग्रेस नेताओं ने भाजपा को चुनौती दी है कि अगर उनके पास कोई सबूत है, तो वे उसे सार्वजनिक करें। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा अपनी हार को देखकर हताश हो गई है और इसलिए इस तरह के ध्यान भटकाने वाले आरोप लगा रही है। कर्नाटक और बिहार दोनों राज्यों में चुनावी राजनीति के कारण यह विवाद और गहरा गया है। इस तरह के आरोपों और प्रत्यारोपों से चुनावों से पहले राजनीतिक तनाव बढ़ना स्वाभाविक है।



