CloudSEK, एक साइबर सुरक्षा फर्म, ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें बताया गया है कि Apple द्वारा यूजर्स को भेजे गए खतरों की चेतावनी के बाद डार्क और डीप वेब पर नकली पेगासस स्पाइवेयर की मांग में अचानक वृद्धि देखी गई है. हालांकि, Apple ने अपने एडवाइजरी में किसी खास खतरे का जिक्र नहीं किया था, लेकिन उन्होंने उदाहरण के तौर पर NSO ग्रुप के पेगासस स्पाइवेयर का उल्लेख किया था.
CloudSEK का मानना है कि Apple की चेतावनी के बाद साइबर अपराधियों ने इस मौके का फायदा उठाया और उन्होंने बाजार में नकली पेगासस स्पाइवेयर बेचना शुरू कर दिया. अपनी रिपोर्ट में, CloudSEK ने बताया है कि उन्होंने डार्क और डीप वेब सोर्स की जांच की और पाया कि वहां पर कई फर्जी दावे किए जा रहे हैं जिनमें ये कहा जा रहा है कि ये नकली सॉफ्टवेयर पेगासस स्पाइवेयर का सोर्स कोड है.
CloudSEK की रिपोर्ट के अनुसार, ये नकली पेगासस स्पाइवेयर किसी भी डिवाइस को वास्तविक रूप से संक्रमित करने में सक्षम नहीं है. हालांकि, ये रिपोर्ट ये चेतावनी भी देती है कि साइबर अपराधी यूजर्स को डराने और धोखा देने के लिए इस तरह के फर्जी दावों का इस्तेमाल कर सकते हैं.
अगर आपको किसी भी तरह का संदेह है कि आपका फोन किसी स्पाइवेयर से संक्रमित है, तो किसी विश्वसनीय साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ से सलाह लें.