रिलायंस और डिज्नी ने क्रिकेट प्रसारण अधिकारों को लेकर आश्वासन के साथ CCI की मंजूरी मांगी.
रिलायंस इंडस्ट्रीज और वॉल्ट डिज़नी ने भारत के कॉम्पिटिशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) से अपनी 8.5 बिलियन डॉलर की मीडिया विलय के लिए मंजूरी मांगी है। दोनों कंपनियों का दावा है कि इस विलय से विज्ञापनदाताओं और दर्शकों पर कोई असर नहीं पड़ेगा, खासकर क्रिकेट प्रसारण के मामले में।
सूत्रों के अनुसार, रिलायंस और डिज्नी ने सीसीआई को बताया है कि क्रिकेट प्रसारण अधिकार एक खुली बोली प्रक्रिया के माध्यम से अलग-अलग हासिल किए गए थे। कंपनियों का कहना है कि जब 2027 और 2028 में मौजूदा अधिकार खत्म हो जाएंगे, तो अन्य प्रतिस्पर्धी भी बोली लगा सकेंगे।
हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि इस विलय को मंजूरी मिलने में आसानी से नहीं मिलेगी। इस विलय के बाद बनने वाली कंपनी भारत की सबसे बड़ी मनोरंजन कंपनी होगी, जिसके पास 120 टीवी चैनल और दो स्ट्रीमिंग सेवाएं होंगी। ऐसे में आशंका है कि इससे बाजार में प्रतिस्पर्धा कम हो सकती है।
अब देखना ये होगा कि सीसीआई रिलायंस और डिज्नी के आश्वासनों से संतुष्ट होता है या नहीं। फिलहाल, सीसीआई इस गोपनीय फाइलिंग की समीक्षा कर रहा है।