भारत ने 21 अंकों के साथ स्वर्ण पदक जीता, जो उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वियों से चार अधिक था। महिलाओं की टीम ने भी स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा।
आनंद ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि भारतीय टीम इतनी आसानी से जीत हासिल कर लेगी। उन्होंने कहा कि टीम ने शानदार प्रदर्शन किया और सभी खिलाड़ी शीर्ष स्तर पर खेले।
आनंद ने कहा कि भारत की जीत सोवियत टीमों की याद दिलाती है, जो 1970 के दशक में शतरंज के खेल पर हावी थीं। उन्होंने कहा कि भारत की टीम ने उसी तरह का प्रदर्शन किया और सभी को प्रभावित किया।
आनंद ने कहा कि भारत की जीत शतरंज के खेल में देश के बढ़ते प्रभाव का संकेत है। उन्होंने कहा कि भारतीय खिलाड़ी अब दुनिया के शीर्ष स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं और भविष्य में और भी बड़ी उपलब्धियां हासिल करेंगे।