यह विमान रात 11:35 बजे हवाई अड्डे पर पहुंचा, जबकि इसके 10 बजे पहुंचने की उम्मीद थी। यह अमेरिकी प्रशासन द्वारा अवैध अप्रवासियों पर कार्रवाई के तहत ऐसे भारतीयों का दूसरा समूह है जिन्हें वापस भेजा गया है।
इस विमान में पंजाब से 65, हरियाणा से 33, गुजरात से 8, उत्तर प्रदेश से तीन, गोवा, महाराष्ट्र और राजस्थान से दो-दो और हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर से एक-एक व्यक्ति शामिल थे। अधिकांश निर्वासित लोग 18 से 30 साल की उम्र के थे।
पहले बैच के 104 अवैध भारतीय अप्रवासी 5 फरवरी को अमृतसर हवाई अड्डे पर पहुंचे थे। उनमें से 33 हरियाणा और गुजरात से थे, और 30 पंजाब से थे।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि अमृतसर हवाई अड्डे पर अमेरिका से आने वाले विमानों को उतारने का फैसला पंजाब को बदनाम करने की साजिश है।
यह खबर क्यों महत्वपूर्ण है? यह खबर भारत और अमेरिका के बीच प्रवासन मुद्दे को उजागर करती है। यह दिखाती है कि अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीयों को कैसे वापस भेजा जा रहा है। यह खबर पंजाब और अन्य राज्यों में रहने वाले लोगों के लिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे उन्हें अवैध तरीके से दूसरे देशों में जाने के खतरों के बारे में जागरूक किया जा सकता है।


