यह कार्रवाई उस घटना के बाद हुई, जिसमें चूहे भगाने के लिए छिड़के गए रसायन से धुएं के कारण दो बच्चों की मौत हो गई। मृतकों की उम्र एक और छह साल थी।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान दिनाकरण के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि गिरिथरन नामक एक निजी बैंक कर्मचारी ने अपने घर में चूहे भगाने के लिए पेस्ट कंट्रोल कंपनी की सेवाएं ली थीं। यह कंपनी एक ऑनलाइन सेवा प्रदाता के जरिए हायर की गई थी।
बुधवार को कंपनी ने अपने कर्मचारी भेजे, जिन्होंने कीटनाशक का छिड़काव किया, जेल लगाया और घर के बाहर गोलियां रखीं। उस वक्त गिरिथरन की पत्नी पवित्रा बच्चों को मंदिर ले गई थीं। शाम को लौटने के बाद परिवार ने एसी चालू कर बेडरूम में सोना शुरू किया।
गुरुवार सुबह परिवार के सभी सदस्यों को सांस लेने में दिक्कत और उल्टी होने लगी। उन्हें कुंद्राथुर के एक निजी अस्पताल ले जाया गया। इलाज के दौरान बच्चों, वैष्णवी और साई सुधर्शन, की मौत हो गई। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए क्रोमपेट सरकारी अस्पताल भेजा गया।
पुलिस के अनुसार, डॉक्टरों ने बताया कि कीटनाशक से बना एरोसोल हवा में फैलकर फेफड़ों में जमा हो गया। इससे दम घुटने जैसी स्थिति बनी और बच्चों की मौत हो गई।
कुंद्राथुर पुलिस ने टी नगर स्थित कंपनी के तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। दिनाकरण को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि अन्य दो आरोपी फरार हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर फॉरेंसिक टीम की मदद से सैंपल इकट्ठा किए और फरार आरोपियों की तलाश जारी है।