सरमा ने यह बयान कांग्रेस पर बीफ बांटकर चुनाव जीतने के आरोपों के जवाब में दिया।
उन्होंने कहा कि मुस्लिम बहुल समागुरी विधानसभा सीट पर बीजेपी की जीत कांग्रेस की सबसे बड़ी हार है। समागुरी पर कांग्रेस ने 25 साल तक कब्जा रखा था। लेकिन पिछले उपचुनाव में बीजेपी के दीपलु रंजन सरमा ने कांग्रेस के तंज़ील हुसैन को 24,501 वोटों से हराया।
सीएम ने कांग्रेस सांसद रकीबुल हुसैन के उस कथित बयान पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने बीफ बांटकर वोट हासिल करने को गलत बताया था। सरमा ने कहा, “अगर रकीबुल हुसैन मानते हैं कि बीफ बांटना गलत है, तो वे बीफ बैन की मांग करें। कांग्रेस और बीजेपी दोनों बीफ का जिक्र करना बंद करें और इसे पूरी तरह बैन कर दें।”
उन्होंने कहा कि बीफ बैन से हिंदू, मुस्लिम और ईसाई सभी समुदायों की समस्याएं हल हो जाएंगी। सरमा ने कहा कि वे कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन बोरा को पत्र लिखेंगे और उनकी राय मांगेंगे।
गौरतलब है कि असम में बीफ खाना गैरकानूनी नहीं है, लेकिन असम मवेशी संरक्षण अधिनियम, 2021 के तहत हिंदू, जैन और सिख बहुल क्षेत्रों और मंदिर या मठ के 5 किमी के दायरे में बीफ बेचने और मवेशी वध पर प्रतिबंध है।
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