Crime

जबलपुर में बढ़ता अपराध: संस्कारधानी की सुरक्षा पर सवाल.

जबलपुर: कभी मध्य प्रदेश की "संस्कृति की राजधानी" कहलाने वाला जबलपुर अब बढ़ते अपराधों से जूझ रहा है।

पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले पांच वर्षों में 10,000 से अधिक अपराधियों की पहचान हुई है, जिनमें कई बार अपराध दोहराने वाले शामिल हैं।

मुख्य बिंदु:

अपराधियों का विवरण:
1,220 ने पांच से अधिक अपराधों में भाग लिया है।
933 अपराधियों ने आठ से अधिक बार अपराध किए हैं।
पुलिस की कार्रवाई:
135 अपराधियों को जिले से निष्कासित किया गया।
15 को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा मानते हुए हिरासत में लिया गया।
नई पहल:
नव-नियुक्त एसपी संपत उपाध्याय ने पुलिस थानों को क्षेत्रीय अपराधियों की सूची बनाने का निर्देश दिया।
अतिरिक्त एसपी सूर्यकांत शर्मा के नेतृत्व में विशेष “कॉम्बिंग ऑपरेशन” चलाया जा रहा है।
जघन्य अपराध:
एक यात्री की शराब के लिए पैसे देने से इनकार करने पर हत्या कर दी गई।
विजय नगर क्षेत्र में अस्पताल का रास्ता पूछने वाले इंजीनियर को चाकू मारकर लूटा गया।
वृद्ध नागरिकों के साथ लूटपाट की घटनाएं आम हो गई हैं।
चाकू हिंसा:
गोरखपुर और घमापुर क्षेत्र में अवैध चाइनीज चाकू की बिक्री बढ़ रही है।
नशीली दवाओं, सट्टेबाजी और जुए जैसे संगठित अपराधों का भी विस्तार हो रहा है।
सुरक्षा प्रयास:
रात में पुलिस टीमें अपराधियों के घरों पर उनकी गतिविधियां जांच रही हैं।
पुलिस बीट्स को अपराधियों पर नजर रखने के लिए तैनात किया गया है।
पुलिस का बयान:
अतिरिक्त एसपी शर्मा ने कहा, “हम अपराधियों पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं और संगठित अपराध पर रोकथाम के लिए काम कर रहे हैं।

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