कोलकाता चिड़ियाघर में बाघिन जीनत ने भोजन करने से किया इनकार, सिमलीपाल ले जाया जाएगा हरे गलियारे से.
कोलकाता: ओडिशा के सिमलीपाल टाइगर रिजर्व से भटक कर आई बाघिन जीनत को कोलकाता चिड़ियाघर में लाया गया था।
लेकिन यहां उसने भोजन करने से इनकार कर दिया है। इसी कारण उसे वापस सिमलीपाल भेजा जाने का फैसला लिया गया है।
जीनत को एक हरे गलियारे के जरिए सिमलीपाल पहुंचाया जाएगा। इस हरे गलियारे में जंगली जानवरों के लिए सुरक्षित मार्ग बनाया जाएगा ताकि जीनत आसानी से अपने प्राकृतिक आवास में वापस लौट सके।
क्यों उठाया गया यह फैसला:
जीनत एक जंगली जानवर है और वह चिड़ियाघर की कैद में रहने की आदत नहीं है। इसीलिए उसने भोजन करने से इनकार कर दिया। विशेषज्ञों का मानना है कि जीनत को जंगल में ही रहना चाहिए।
हरे गलियारे का महत्व:
हरे गलियारे जंगली जानवरों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होते हैं। ये जानवरों को एक जगह से दूसरी जगह जाने में मदद करते हैं। हरे गलियारे जैव विविधता को बढ़ाने में भी मदद करते हैं।
यह फैसला क्यों है खास:
यह फैसला इसलिए खास है क्योंकि इससे पता चलता है कि जंगली जानवरों को कैद में नहीं रखना चाहिए। उन्हें अपने प्राकृतिक आवास में ही रहना चाहिए।



