उन्होंने कहा कि यह पोर्टल और तीन नए आपराधिक कानून विदेश भागने वाले भगोड़ों को पकड़ने के लिए सशक्त तंत्र प्रदान करेंगे।
मुख्य बिंदु:
- तीन नए आपराधिक कानूनों के तहत ‘ट्रायल इन एबसेंटिया’ प्रावधान के जरिए भगोड़ों के बिना मौजूदगी में मुकदमा चलाकर सजा दी जा सकेगी।
- BHARATPOL नेटवर्क 195 देशों की INTERPOL प्रणाली से भारत की सभी जांच एजेंसियों और पुलिस को जोड़ेगा।
- यह पोर्टल ड्रग्स, हथियारों, मानव तस्करी और अन्य सीमा पार अपराधों के खिलाफ सहयोग को सक्षम करेगा।
- INTERPOL के 19 प्रकार के डेटाबेस तक पहुंच के माध्यम से अपराधों का विश्लेषण, रोकथाम और अपराधियों की गिरफ्तारी संभव होगी।
- BHARATPOL के माध्यम से सभी भारतीय एजेंसियां और पुलिस INTERPOL से जुड़ सकेंगी, जिससे जांच तेज होगी।
तकनीकी प्लेटफॉर्म के फायदे:
- BHARATPOL के पांच प्रमुख मॉड्यूल – कनेक्ट, INTERPOL नोटिसेज, रेफरेंस, ब्रॉडकास्ट और रिसोर्सेस, कानून प्रवर्तन एजेंसियों को मजबूत तकनीकी सहायता प्रदान करेंगे।
- कनेक्ट मॉड्यूल के जरिए सभी भारतीय एजेंसियां INTERPOL के नेशनल सेंट्रल ब्यूरो (NCB-नई दिल्ली) के रूप में कार्य कर सकेंगी।
- INTERPOL नोटिसेज सिस्टम अपराधियों को तेजी से ट्रैक करने में मदद करेगा।
- रेफरेंस मॉड्यूल से 195 देशों से जांच में सहायता लेना और देना आसान होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेतृत्व:
- शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत क्षेत्रीय नेता से वैश्विक नेता बनने की दिशा में वैज्ञानिक रोडमैप और समयबद्ध योजनाओं पर कार्य कर रहा है।
- BHARATPOL वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
सारांश:
BHARATPOL पोर्टल अपराध नियंत्रण, जांच की गति बढ़ाने और भगोड़ों को सजा दिलाने में अहम भूमिका निभाएगा। इससे भारत की जांच एजेंसियां वैश्विक नेटवर्क का हिस्सा बनेंगी।



