जगन्नाथ मंदिर का महाप्रसाद अब होगा ऑर्गेनिक, ओडिशा सरकार की पहल.
ओडिशा सरकार ने जगन्नाथ मंदिर में चढ़ाए जाने वाले महाप्रसाद को और अधिक पवित्र बनाने के लिए एक नया कदम उठाया है।
अब मंदिर में भोग के लिए जैविक चावल और सब्जियों का उपयोग किया जाएगा। इस पहल को ‘अमृता अन्न’ नाम दिया गया है।
शुरुआत में, मंदिर में कोठा भोग के लिए जैविक चावल का उपयोग किया जाएगा। इसके बाद, गुंडिचा यात्रा के दौरान भी जैविक भोग बनाने की योजना है। इस योजना के तहत, राज्य में उगाए जाने वाले कालाजीरा, पिंपुडीबासा और जुबराजा जैसी जैविक चावल की किस्मों का उपयोग किया जाएगा।
यह फैसला मंदिर प्रशासन और स्थानीय किसानों दोनों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इससे एक ओर जहां भक्तों को शुद्ध और पौष्टिक भोग मिलेगा, वहीं दूसरी ओर किसानों को भी जैविक खेती को बढ़ावा देने का मौका मिलेगा।
यह खबर क्यों महत्वपूर्ण है? यह खबर भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत के साथ आधुनिक कृषि पद्धतियों को जोड़ने का एक उदाहरण है। यह फैसला न केवल भक्तों के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करेगा।



