पार्टी में सभी की नजरें प्रियंका गांधी वाड्रा और एआईसीसी के संगठन प्रभारी केसी वेणुगोपाल पर टिकी हैं।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, प्रियंका गांधी, जो 2024 लोकसभा चुनाव में नहीं लड़ी थीं, बाद में केरल के वायनाड से उपचुनाव जीतकर सांसद बनीं। फिलहाल वह एआईसीसी की महासचिव हैं लेकिन उनके पास कोई विशेष जिम्मेदारी नहीं है। माना जा रहा है कि उन्हें आगामी चुनावों की रणनीति और प्रबंधन का अतिरिक्त कार्यभार दिया जा सकता है।
एआईसीसी के प्रभारी जितेंद्र सिंह ने कहा, “प्रियंका गांधी में अपार संभावनाएं हैं। उनके पास संगठन और चुनाव दोनों का अनुभव है। मैं चाहूंगा कि वह पार्टी में बड़ी भूमिका निभाएं।”
संगठन में बदलाव के संकेत केसी वेणुगोपाल से भी जुड़े हैं, जो राज्यसभा सदस्य थे, लेकिन पिछले साल केरल के अलप्पुझा से लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे। वे फिलहाल संसद की लोक लेखा समिति (PAC) के अध्यक्ष हैं। कहा जा रहा है कि वेणुगोपाल को 2026 में केरल विधानसभा चुनाव तक संगठन प्रभारी बने रहने दिया जाएगा।
हाल ही में ओडिशा में भक्त चरण दास और महाराष्ट्र में हर्षवर्धन सापकाले को राज्य अध्यक्ष नियुक्त कर इस बदलाव की शुरुआत की गई।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बीएम संदीप ने कहा, “संगठन में बदलाव जरूरी था। अनुभवी और नए चेहरे संगठन को मजबूत बनाएंगे।”



