एपिजेनेटिक घड़ियां जैविक घड़ियां होती हैं जो कोशिकाओं के भीतर रासायनिक परिवर्तनों को मापती हैं और यह निर्धारित करती हैं कि कोई जीव कितना पुराना है।
यह खोज उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को समझने के लिए एक नया आयाम जोड़ती है। अब तक, वैज्ञानिकों का मानना था कि एपिजेनेटिक घड़ियां केवल समय के साथ स्वाभाविक रूप से बदलती हैं। लेकिन यह नया शोध बताता है कि जेनेटिक म्यूटेशन भी इस प्रक्रिया को प्रभावित कर सकते हैं।
यह खोज उम्र से संबंधित बीमारियों के इलाज के लिए नए रास्ते खोल सकती है। अगर हम यह समझ सकें कि कैसे जेनेटिक म्यूटेशन एपिजेनेटिक घड़ियों को प्रभावित करते हैं, तो हम उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करने या रोकने के तरीके खोज सकते हैं।
यह खबर क्यों महत्वपूर्ण है? यह खोज उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को समझने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह हमें उम्र से संबंधित बीमारियों से लड़ने के लिए नए तरीके खोजने में मदद कर सकती है। यह खोज जैव चिकित्सा अनुसंधान के क्षेत्र में एक नई दिशा खोल सकती है।



