उन्होंने नए मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार की नियुक्ति को लेकर सवाल खड़े किए।
तेजस्वी यादव के आरोप
- चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए कहा कि अब जनता का इस पर भरोसा नहीं रहा।
- उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग विपक्षी दलों की बात नहीं सुन रहा।
- चुनाव आयोग भाजपा के लिए चीयरलीडर की तरह काम कर रहा है।
- तेजस्वी ने कहा कि लोकतंत्र में निष्पक्ष चुनाव सबसे अहम हैं, लेकिन आयोग की भूमिका संदिग्ध हो रही है।
- उन्होंने इसे “लोकतंत्र के लिए कैंसर” करार दिया।
चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल
- तेजस्वी यादव ने कहा कि विपक्षी पार्टियों को नजरअंदाज किया जा रहा है।
- उन्होंने मांग की कि चुनाव आयोग को निष्पक्ष रूप से काम करना चाहिए।
- सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त कमेटी के माध्यम से CEC की नियुक्ति होनी चाहिए, जिससे पारदर्शिता बनी रहे।
तेजस्वी की केंद्र सरकार पर भी टिप्पणी
- उन्होंने केंद्र सरकार पर चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने का आरोप लगाया।
- उन्होंने कहा कि आयोग को स्वायत्त रूप से काम करना चाहिए, न कि किसी पार्टी के दबाव में।
- तेजस्वी ने चुनाव आयोग से स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने की अपील की।
BJP का पलटवार
- बीजेपी नेताओं ने तेजस्वी के आरोपों को निराधार बताया।
- पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि विपक्ष हार की बौखलाहट में चुनाव आयोग पर सवाल उठा रहा है।
राजनीतिक माहौल गरमाया
तेजस्वी यादव के इस बयान से बिहार की राजनीति में हलचल मच गई। अब देखना होगा कि आयोग इस पर क्या प्रतिक्रिया देता है।



