
इस साल कश्मीर में कम बर्फबारी होने के कारण खेलों के आयोजन पर संदेह बना हुआ है।
हालांकि, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 26 फरवरी से तीन दिनों तक बर्फबारी की संभावना जताई है।
ओमर अब्दुल्ला ने गुलमर्ग में स्कीइंग के दौरान पत्रकारों से कहा कि बर्फबारी की स्थिति को देखते हुए ही खेलों की तारीखों की घोषणा होगी।
उन्होंने कहा, “अगर तीन दिन की बर्फबारी के बाद स्की फेडरेशन के विशेषज्ञ इसे उपयुक्त मानते हैं, तो हम खेलों की तारीखों की घोषणा करेंगे।”
जलवायु परिवर्तन के कारण इस साल कश्मीर घाटी में पहले की तुलना में काफी कम बर्फबारी हुई है।
गुलमर्ग, जो एक प्रमुख विंटर स्पोर्ट्स डेस्टिनेशन है, पर्याप्त बर्फ न मिलने से प्रभावित हुआ है।
इसकी वजह से खेलो इंडिया विंटर गेम्स के लिए अनुकूल वातावरण तैयार नहीं हो सका है।
ओमर अब्दुल्ला ने कहा कि सरकार अभी कोई भी निश्चित घोषणा करने की स्थिति में नहीं है।
खेलों के आयोजन के लिए सुरक्षित और अच्छी क्वालिटी की बर्फबारी बेहद जरूरी मानी जाती है।
इस बार कम बर्फ गिरने से स्कीइंग और अन्य विंटर स्पोर्ट्स पर असर पड़ा है।
गुलमर्ग में हर साल हजारों पर्यटक और खिलाड़ी स्कीइंग और स्नोबोर्डिंग के लिए पहुंचते हैं।
पिछले वर्षों में खेलो इंडिया विंटर गेम्स बड़े पैमाने पर आयोजित किए गए थे और इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिला था।
अगर बर्फबारी नहीं होती है, तो खेलों को स्थगित करना पड़ सकता है या वैकल्पिक स्थान पर आयोजन करना पड़ सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के चलते अगले कुछ दिनों में बर्फबारी हो सकती है।
अगर बर्फबारी ठीक मात्रा में होती है, तो गुलमर्ग में जल्द ही खेलों की तैयारियां शुरू हो सकती हैं।
फिलहाल, सरकार और आयोजक मौसम की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
अगर खेलो इंडिया विंटर गेम्स रद्द होते हैं, तो इससे स्थानीय पर्यटन और खेल प्रेमियों को बड़ा झटका लगेगा।
अब सभी की निगाहें आने वाले दिनों की बर्फबारी पर टिकी हुई हैं।