रांची: रंगों के त्योहार होली के अवसर पर झारखंड सरकार ने सरकारी कर्मचारियों और छात्रों को राहत देते हुए महत्वपूर्ण घोषणा की है। राज्य सरकार ने होली के त्योहार को ध्यान में रखते हुए सभी सरकारी कार्यालयों और स्कूलों को लगातार चार दिनों तक बंद रखने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही, विधानसभा सत्र को भी पांच दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया है। यह निर्णय राज्य सरकार द्वारा होली के त्योहार के महत्व और कर्मचारियों एवं छात्रों को अपने परिवार के साथ त्योहार मनाने का अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से लिया गया है। आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, सभी सरकारी कार्यालय और स्कूल [दिनांक] से लेकर [दिनांक] तक बंद रहेंगे। इस दौरान, आवश्यक सेवाओं को छोड़कर, सभी सरकारी कामकाज स्थगित रहेंगे। इसके अतिरिक्त, विधानसभा सत्र, जो [दिनांक] को शुरू होने वाला था, उसे भी पांच दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया है। अब यह सत्र [नई तिथि] को पुन: शुरू होगा। विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय ने इस स्थगन की घोषणा करते हुए कहा कि यह निर्णय सदस्यों को अपने निर्वाचन क्षेत्रों में होली मनाने और त्योहार के दौरान जनता से जुड़ने का अवसर प्रदान करेगा। राज्य सरकार के इस निर्णय का सरकारी कर्मचारियों, शिक्षकों और छात्रों ने स्वागत किया है। उनका मानना है कि इससे उन्हें होली का त्योहार अपने परिवार और प्रियजनों के साथ शांति और उत्साह के साथ मनाने का अवसर मिलेगा। कई कर्मचारी संगठनों ने सरकार के इस फैसले की सराहना करते हुए इसे कर्मचारियों के कल्याण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण बताया है। हालांकि, कुछ विपक्षी दलों ने विधानसभा सत्र के स्थगन पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि इससे महत्वपूर्ण विधायी कार्यों में देरी हो सकती है। लेकिन सरकार ने इन आलोचनाओं को खारिज करते हुए कहा है कि जनहित सर्वोपरि है और त्योहार के दौरान लोगों को अपने परिवार के साथ समय बिताने का अवसर मिलना चाहिए। कुल मिलाकर, होली के अवसर पर सरकारी कार्यालयों और स्कूलों को बंद करने और विधानसभा सत्र को स्थगित करने का निर्णय राज्य सरकार द्वारा त्योहार के महत्व को मान्यता देने और लोगों को खुशी और उल्लास के साथ इसे मनाने का अवसर प्रदान करने का एक प्रयास है। यह निर्णय निश्चित रूप से राज्य के कर्मचारियों, शिक्षकों और छात्रों के बीच खुशी और उत्साह का माहौल बनाएगा।



