DGM कुमार गौरव की संदिग्ध मौत पर झारखंड अभियंत्रण सेवा संघ ने की CBI जांच की मांग.
रांची: झारखंड राज्य विद्युत बोर्ड (JSEB) के उप महाप्रबंधक (DGM) कुमार गौरव की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद झारखंड अभियंत्रण सेवा संघ ने इस मामले की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) से जांच कराने की मांग की है।
संघ ने इसे गंभीर मामला बताते हुए कहा है कि बिना निष्पक्ष जांच के सच सामने नहीं आएगा।
मामले की पूरी जानकारी
कुमार गौरव का शव सोमवार को उनके सरकारी आवास में संदिग्ध हालत में मिला था। प्रारंभिक जांच में इसे आत्महत्या का मामला बताया जा रहा है, लेकिन उनके परिजनों और सहयोगियों ने इस पर सवाल उठाए हैं। कुमार गौरव के परिजनों का कहना है कि वह मानसिक रूप से मजबूत और सकारात्मक सोच के व्यक्ति थे। ऐसे में उनकी आत्महत्या की बात पर भरोसा करना मुश्किल है।
परिजनों ने जताई साजिश की आशंका
परिजनों का कहना है कि कुमार गौरव को पिछले कुछ समय से काम के सिलसिले में दबाव झेलना पड़ रहा था। उनके भाई ने बताया कि कुमार गौरव ने हाल ही में कुछ लोगों से मिल रही धमकियों का जिक्र किया था। उन्होंने इस मामले में साजिश की आशंका जताई है और कहा है कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या का मामला हो सकता है।
झारखंड अभियंत्रण सेवा संघ का रुख
झारखंड अभियंत्रण सेवा संघ के अध्यक्ष ने कहा कि कुमार गौरव एक ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी थे। उनकी संदिग्ध मौत से पूरा अभियंत्रण समुदाय स्तब्ध है। संघ के अध्यक्ष ने कहा, “हमारी मांग है कि इस मामले की जांच CBI से कराई जाए ताकि सच सामने आ सके। अगर सरकार ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश नहीं दिए, तो हम आंदोलन करेंगे।”
प्रशासन ने दिया निष्पक्ष जांच का आश्वासन
स्थानीय पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने कहा कि घटनास्थल की फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है और कुमार गौरव के मोबाइल फोन तथा अन्य दस्तावेजों की जांच की जा रही है। पुलिस ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति और स्पष्ट हो जाएगी।
इस बीच राज्य सरकार ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर आवश्यक हुआ तो सरकार CBI जांच की सिफारिश करेगी। इस घटना के बाद अभियंत्रण सेवा संघ और परिजनों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है।


