जामताड़ा : झारखंड के जामताड़ा जिले में रमजान के तीसरे जुमे की नमाज शुक्रवार को बड़े सादगी और अकीदत के साथ अदा की गई। हालांकि, रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण कुछ मुश्किलें आईं, लेकिन रोजेदारों की आस्था में कोई कमी नहीं दिखी। बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग मस्जिदों में पहुंचे और अल्लाह से अमन-चैन की दुआ की।
बारिश के बावजूद उमड़ा भीड़ का सैलाब
सुबह से ही आसमान में बादल छाए हुए थे और रुक-रुक कर हल्की बारिश हो रही थी, लेकिन इससे रोजेदारों का उत्साह कम नहीं हुआ। जामताड़ा की प्रमुख जामा मस्जिदों, मोहल्लों की छोटी मस्जिदों और ईदगाह में लोगों की भारी भीड़ देखी गई। मस्जिदों में पहले से ही विशेष इंतजाम किए गए थे, ताकि बारिश के बावजूद नमाजियों को किसी तरह की परेशानी न हो।
खुतबा में दी गई सामाजिक सद्भावना की सीख
जुमे की नमाज से पहले इमामों ने खुतबा (धार्मिक प्रवचन) दिया, जिसमें आपसी भाईचारे, संयम, दान और सामाजिक सद्भावना का संदेश दिया गया। जामा मस्जिद के इमाम ने कहा, “रमजान सिर्फ उपवास रखने का महीना नहीं, बल्कि आत्मशुद्धि और गरीबों की मदद करने का समय है।”
विशेष दुआएं और इबादत
नमाज के बाद रोजेदारों ने अपने परिवार, समाज और देश में शांति और समृद्धि की दुआ की। साथ ही, गरीबों और जरूरतमंदों के लिए मदद की अपील की गई। कई लोगों ने मस्जिदों में जकात (दान) भी दिया।
प्रशासन ने की थी सुरक्षा व्यवस्था
जुमे की नमाज के मद्देनजर प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। प्रमुख मस्जिदों और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में पुलिस बल तैनात किया गया था, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
उपसंहार
रमजान के तीसरे जुमे की नमाज में जामताड़ा का माहौल पूरी तरह आध्यात्मिक रहा। बारिश के बावजूद, लोगों की श्रद्धा और भक्ति में कोई कमी नहीं आई, जिससे यह दिन और भी खास बन गया।



