लेकिन कुछ लोगों के लिए यह “मोदी पहले और देश बाद में” है। खरगे ने यह टिप्पणी तब की जब उनसे शशि थरूर के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर लिखे लेख के बारे में पूछा गया, जिसमें थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की थी।
खरगे ने कहा, “मैं अंग्रेजी अच्छी तरह नहीं पढ़ पाता। उनकी (थरूर की) भाषा बहुत अच्छी है, इसीलिए हमने उन्हें कांग्रेस कार्यसमिति का सदस्य बनाया है।” इसके बाद उन्होंने थरूर पर निशाना साधते हुए कहा, “लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि विपक्ष के लोगों ने मिलकर कहा कि वे सेना के साथ हैं जो (ऑपरेशन सिंदूर के दौरान) लड़ रही है। हमने (कांग्रेस ने) कहा कि देश सबसे बड़ा है और हम (सरकार के साथ) मिलकर काम करेंगे। हमने कहा ‘देश पहले, पार्टी बाद में’। कुछ लोग कहते हैं ‘मोदी पहले, देश बाद में’। हम इसमें क्या कर सकते हैं।”
खरगे का यह बयान ऐसे समय में आया है जब कांग्रेस के भीतर कुछ नेताओं द्वारा प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा को लेकर बहस चल रही है। यह टिप्पणी पार्टी के भीतर विचारधारात्मक मतभेदों को भी उजागर करती है और दिखाती है कि कांग्रेस नेतृत्व देश और पार्टी के प्रति अपने दृष्टिकोण में स्पष्टता चाहता है।



