हजारीबाग : झारखंड के हजारीबाग जिले में मंगलवार रात हुए उपद्रव के बाद प्रशासन सख्त हो गया है। पुलिस ने 200 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिसमें 10 आरोपियों को नामजद किया गया है। कानून-व्यवस्था को बहाल करने के लिए इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
क्या था मामला?
मंगलवार रात हजारीबाग में मंगला जुलूस के दौरान हिंसा भड़क गई। बताया जा रहा है कि जुलूस के दौरान एक आपत्तिजनक गाना बजने के बाद माहौल गरमा गया और दो गुटों के बीच विवाद शुरू हो गया। धीरे-धीरे स्थिति इतनी बिगड़ गई कि पथराव और आगजनी की घटनाएं होने लगीं।
स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए हालात पर काबू पाया, लेकिन इस घटना ने पूरे शहर में दहशत का माहौल बना दिया।
सीसीटीवी फुटेज से हो रही पहचान
हजारीबाग पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है। इसके आधार पर उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। पुलिस ने अब तक 10 लोगों को नामजद किया है, जबकि बाकी आरोपियों की पहचान करने का काम जारी है।
शहर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
हिंसा के बाद हजारीबाग में भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है। धारा 144 लागू कर दी गई है, जिससे चार या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी लग गई है। पुलिस और प्रशासन लगातार इलाके में गश्त कर रहे हैं ताकि दोबारा कोई अप्रिय घटना न हो।
क्या बोले अधिकारी?
हजारीबाग एसपी ने कहा,
“स्थिति अब नियंत्रण में है। हम सीसीटीवी फुटेज और वायरल वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान कर रहे हैं। हिंसा फैलाने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।”
आगे क्या होगा?
प्रशासन की ओर से शहरवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है। पुलिस की जांच जारी है, और जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
सरकार ने स्पष्ट किया है कि हिंसा में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा, और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।


