NationalStatesWorld

ढाका: बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने बीजिंग से बांग्लादेश में अपने आर्थिक प्रभाव का विस्तार करने का आग्रह किया है।

उन्होंने विवादित रूप से उल्लेख किया कि भारत के पूर्वोत्तर राज्य भूमि से घिरे होने के कारण एक अवसर साबित हो सकते हैं। यूनुस की हाल की चार दिवसीय चीन यात्रा के दौरान की गई यह टिप्पणी सोमवार को सोशल मीडिया पर सामने आई।

घटना का विवरण:

  • यूनुस ने अपनी चीन यात्रा के दौरान राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की और बीजिंग के साथ नौ समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
  • उन्होंने कहा, “भारत के सात राज्य, भारत का पूर्वी हिस्सा, सात बहनें कहलाते हैं। वे भारत का एक भूमि से घिरा क्षेत्र हैं। उनके पास समुद्र तक पहुंचने का कोई रास्ता नहीं है।”
  • उन्होंने बांग्लादेश को इस क्षेत्र में “समुद्र का एकमात्र संरक्षक” बताते हुए कहा कि यह एक बड़ा अवसर हो सकता है और चीनी अर्थव्यवस्था का विस्तार हो सकता है।
  • प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य संजीव सान्याल ने एक्स पर वीडियो पोस्ट किया और सवाल किया कि यूनुस ने भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र का उल्लेख क्यों किया।
  • इस टिप्पणी ने भारत में राजनीतिक और रणनीतिक हलकों में चिंता पैदा कर दी है।
  • यूनुस की टिप्पणी को भारत की संप्रभुता के लिए एक चुनौती के रूप में देखा गया है।
  • भारत ने बांग्लादेश से इस मामले पर स्पष्टीकरण मांगा है।
  • बांग्लादेश सरकार ने यूनुस की टिप्पणी से खुद को अलग कर लिया है।
  • बांग्लादेश सरकार ने कहा है कि वह भारत के साथ अपने संबंधों को महत्व देती है।
  • यह घटना भारत-बांग्लादेश संबंधों में तनाव पैदा कर सकती है।

अतिरिक्त जानकारी:

  • भारत और बांग्लादेश के बीच लंबे समय से घनिष्ठ संबंध रहे हैं।
  • दोनों देश व्यापार, सुरक्षा और संस्कृति सहित कई क्षेत्रों में सहयोग करते हैं।
  • भारत ने बांग्लादेश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
  • भारत और बांग्लादेश के बीच कुछ सीमा विवाद भी हैं।
  • भारत इस घटना को गंभीरता से ले रहा है।
  • यह टिप्पणी भारत-चीन संबंधों में भी तनाव पैदा कर सकती है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button